शुक्रवार 11 जुलाई 2025 - 06:25
सच्चे मोमिन की पहचान

हौज़ा/ इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक ज्ञानवर्धक हदीस में मोमिनों के बीच एक-दूसरे के प्रति प्रेम और स्नेह के महत्व पर प्रकाश डाला है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "उसुल अल-काफ़ी" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال الامام الصادق عليه السلام:

مَا الْتَقى مُؤْمِنَانِ قَطُّ إِلَا كَانَ أَفْضَلُهُمَا أَشَدَّهُمَا حُبّاً لِأَخِيه

इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने फ़रमाया:

जब दो मोमिन मिलते हैं, तो उनमें से सबसे अच्छा वह होता है जो अपने भाई से सबसे ज़्यादा प्यार करता है।

उसुल अल-काफ़ी, भाग 3, पेज 330

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